Tuesday, February 19, 2013

बंटी की मम्मी मायके जा रही है


कविता
बंटी की मम्मी मायके जा रही है
ब्रजेश कानूनगो

बीमार हैं
बंटी की मम्मी के पिता

जरूरी है जाना
जाना जरूरी है
क्योंकि बीमार हैं पिता

और बहनें भी आ रहीं हैं
पिता से मिलने

बंटी के पापा नही जा रहे साथ
काम बहुत है दफ्तर में
इतना काम है कि
याद आ रहे उन्हे
अपने पिता

अकेली ही जा रही है
बंटी की मम्मी
सूचनाओं और हिदायतों की सूची
जारी करती हुई
टेस्ट है बंटी का शनिवार को
प्रश्नावली सात के सवाल
समझाने है उसे

सूख रहा है बनियान बाथरूम में
आने हैं धोबी के यहाँ से
आठ कपडे प्रेस होकर

रखना पडेंगे दरवाजे खुले हुए
नहीं तो निकल जाएगी महरी चुपचाप

लॉकर की चाबी
छुपा दी है पुस्तकों के पीछे
निकाल दिए हैं कँकर चाँवल में से
आटे के कनस्तर के पास रखा है दाल का डिब्बा

बन्द कर दिया है गैस का रेगुलेटर ठीक से
स्कूटर चलाना है धीरे-धीरे
ठीक करवाना है उसके ब्रेक
सबसे पहले

समय पर खानी है
ब्लड प्रेशर की दवाई

सचेत करती हुई
बंटी के पिता को
मायके जा रही है
बंटी की मम्मी
अपने पिता से मिलने

सचमुच जा रही है
क्या मायके !

ब्रजेश कानूनगो
503,गोयल रिजेंसी,चमेली पार्क,कनाडिया रोड,इन्दौर-18 

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